काम पूर्ण होने के बाद भी मंडी ब्रिज के उद्घाटन में देरी क्यों ? नेताजी ने कहा एशिया की सबसे बड़ी फिसल पट्टी ! Dewas Mandi Bridge Opening ?
देवास में मंडी रोड ब्रिज 7 दिन के अंदर जनता के लिए खोलें नही तो शहर कांग्रेस करेंगी शुभांरभ - -मनोज राजानी
एशिया की सबसे बड़ी फिसल पट्टी मनोरंजन के लिए जल्दी खोली जाए परंतु समस्या का हल नहीं होगा समस्या और बढ़ेगी- पंडित रीतेश त्रिपाठी
देवास/भारत सागर न्यूज, पंडित अजय शर्मा /- । लगता है देवास में ब्रिज निर्माण एक बड़ी हास्यास्पद विकास का रुप और समस्या बन गया है। गौरतलब है कि पहले शहर के मध्य बने ब्रिज का नामकरण जबरन ब्रिज रखकर एक कांग्रेस नेता ने ब्रिज का शुभारंभ किया था। जिसपर एक्सीडेंट में कितने ही लोग अपनी जान गंवा बैठे। तो उस पर दों पहिया वाहन प्रतिबंधित किया। फिर चुपचाप शुरु हो गया। लेकिन अब मंडी ब्रिज की राजनीति शुरू हो गई है। इस ब्रिज पर देवास की राजनीति उछाल पर है । इसके लिये अलग अलग नेता, अलग वक्तव्य दे रहे हैं । हालांकि यह समस्या अब आम आदमी और मुख्यतः किसानों के लिये सिरदर्द बन चुकी है। इससे मंडी क्षेत्र के लोगों का आना जाना तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही मंडी में आने वाले किसानों को अलग परेशान होना पड़ता है। ब्रिज शुरु नही होने से यहा बेरतरतीब यातायात हो जाता है जिससे आये दिन यहा जाम की स्थिति बन जाती है। कई लोगों ने तो इस ब्रिज के कारण अपना रुट तक बदल लिया है।
जानकारी अनुसार अनाज मंडी स्थित ब्रिज को पूर्ण हुए 1.5 माह हो चुका है किंतु राजनीतिक कारणों की वजह से जनता को इस सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। इसी को लेकर जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि 7 दिवस में ब्रिज प्रारंभ करे नही तो जिला शहर कांग्रेस कमेटी इसका शुभांरभ करेंगी।
वहीं कांग्रेस नेता पंडित रीतेश त्रिपाठी सोशल मीडिया पर लिखा है कि ’एशिया की सबसे बड़ी फिसल पट्टी मनोरंजन के लिए जल्दी खोली जाए परंतु समस्या का हल नहीं होगा समस्या और बढ़ेगी।’ तो वहीं मुकेश पांचाल ने लिखा कि ’दो नेताओं ने मिलकर अपने निजी स्वार्थ के चलते ऊंट की पीठ बना डाला ब्रिज को।’ तो फिर पंडित रितेश त्रिपाठी ने लिखा कि ’अपने-अपने प्रतिष्ठान बचाने के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग हुआ है और परेशानी में डाल दिया है।’ पंडित रीतेश त्रिपाठी यही नहीं रुके बल्कि आगे भी लिखा किहमने तो जांच की मांग की है माननीय नितिन गडकरी जी से जनता के धन का दुरुपयोग हुआ है तीन तीन बार गड्ढे खोदे गए किल्लर ऊपर लाए गए फिर वापस बंद किए गए सिर्फ अपने प्रतिष्ठान को बचाने के लिए डिजाइन क्यों परिवर्तित की गई क्या व्यापारियों की मांग की है जनता की मांग थी जहां जाम लगेगा उस स्थान पर तो ब्रिज का किनारा उतारा गया है गेट नंबर 1 पर अंधेर नगरी चौपट राजा हमारी भूमिका इमानदारी से नहीं निभा पाए उसी का परिणाम है कि देवास को आज अव्यवस्थित विकास मिला है और आगे भी मिलता रहेगा।
अब देखना यह है कि मंडी रोड वाला ब्रिज पर भी विकास नगर वाले जबरन ब्रिज की तरह ही शुभारंभ होना है ? या फिर जबरन ब्रिज की भांति ही ये ब्रिज भी जनहानि का कारक बनेगा ? ये समय के गर्भ में है ।
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